Banking/Finance
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30th October 2025, 11:31 AM

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गोल्ड फाइनेंसर मनापुरम फाइनेंस लिमिटेड ने दूसरी तिमाही के लिए अपने नेट प्रॉफिट में 62% की बड़ी गिरावट की घोषणा की है, जो ₹217.3 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹572 करोड़ था। इस गिरावट का मुख्य कारण नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 18.5% की कमी थी, जो साल-दर-साल ₹1,728 करोड़ से घटकर ₹1,408 करोड़ हो गई। यह प्रदर्शन खास है क्योंकि यह तब हुआ जब बुलियन (सोना) की कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थीं, जो आम तौर पर मनापुरम फाइनेंस जैसे गोल्ड लोन प्रदाताओं की कमाई को बढ़ावा देती हैं। कंपनी को पहली तिमाही में अपने माइक्रोफाइनेंस सेगमेंट में नुकसान के कारण 76.3% की भारी प्रॉफिट गिरावट का सामना भी करना पड़ा था। मनापुरम फाइनेंस के बोर्ड ने ₹0.50 प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। कंपनी के शेयर बीएसई पर 0.5% गिरकर ₹275.10 पर बंद हुए, हालांकि साल-दर-तारीख (year-to-date) में इनमें 40% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। प्रतिद्वंद्वी मुथूट फाइनेंस को अभी अपने दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित करने हैं।
प्रभाव (Impact): यह खबर गोल्ड फाइनेंसरों के लिए संभावित चुनौतियों को उजागर करती है कि वे सहायक बाजार स्थितियों में भी अपनी ब्याज आय और लाभप्रदता का प्रबंधन कैसे करें। निवेशक इन दबावों को दूर करने और विकास बनाए रखने के लिए मनापुरम फाइनेंस की रणनीतियों पर नजर रखेंगे। लाभांश की घोषणा शेयरधारकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। रेटिंग: 6/10।
कठिन शब्द (Difficult Terms): नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): वित्तीय संस्थान द्वारा अपने ऋण देने की गतिविधियों से अर्जित ब्याज आय और अपने जमाकर्ताओं या ऋणदाताओं को भुगतान किए जाने वाले ब्याज के बीच का अंतर। बुलियन: थोक रूप में सोना या चांदी, इससे पहले कि वे सिक्के या आभूषण में बनाए जाएं। अंतरिम लाभांश (Interim Dividend): कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष के अंत में ही नहीं, बल्कि उसके दौरान भुगतान किया जाने वाला लाभांश।