Banking/Finance
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31st October 2025, 8:44 AM

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हाल ही में LG और Tata Capital जैसी कंपनियों के IPOs पर मिले ज़बरदस्त निवेशक रिस्पॉन्स के बाद, इंडिया का प्राइमरी मार्केट काफ़ी सक्रिय है। नवंबर का महीना खासतौर पर बिज़ी रहने वाला है, जिसमें चार प्रमुख कंपनियाँ अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPOs) लॉन्च करने की तैयारी कर रही हैं। बेंगलुरु की फिनटेक कंपनी Groww एक IPO ला रही है जिसमें Rs 1,060 करोड़ का फ्रेश इश्यू और Rs 5,572.3 करोड़ का ऑफर फॉर सेल शामिल है। इसका सब्सक्रिप्शन 4 नवंबर से 7 नवंबर तक खुला रहेगा, और लिस्टिंग 12 नवंबर को BSE और NSE पर होने की उम्मीद है। शेयर की क़ीमत Rs 95 से Rs 100 के बीच है, जिसके लिए रिटेल निवेशकों को कम से कम Rs 15,000 का निवेश करना होगा। Rs 17 के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के साथ, लगभग 17% लिस्टिंग गेन की उम्मीद है। Groww, जिसे माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला का भी सपोर्ट है, के 10 मिलियन से ज़्यादा यूज़र्स हैं। पेमेंट और कॉमर्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर Pine Labs नवंबर की शुरुआत में Rs 5,800 करोड़ का IPO लाने की योजना बना रही है। Peak XV पार्टनर्स और मास्टरकार्ड जैसे निवेशकों के सपोर्ट वाली Pine Labs 500,000 से ज़्यादा मर्चेंट्स को सर्विस देती है और इसका लक्ष्य अपनी डिजिटल पेमेंट सर्विस और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाना है। लाइफस्टाइल इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड boAt भी नवंबर के अंत तक अपने IPO के लिए तैयार हो रहा है। हेडफ़ोन, स्मार्टवॉच और स्पीकर की रेंज के लिए जानी जाने वाली यह कंपनी IPO से मिले पैसों का इस्तेमाल कर्ज़ चुकाने और लोकल मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए करेगी। Warburg Pincus और Qualcomm के सपोर्ट वाला यह IPO, 2022 में पहली बार फाइल होने के बाद से ही इंतज़ार में था। आख़िर में, ICICI Prudential Asset Management Company, जो भारत की दूसरी सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड फर्म है, Rs 10,000 करोड़ का IPO लाने की सोच रही है। इस इश्यू में UK-बेस्ड Prudential अपनी क़रीब 10% हिस्सेदारी बेचेगी, जो इसे एसेट मैनेजमेंट सेक्टर के सबसे बड़े IPOs में से एक बनाती है और निवेशकों को भारत के बढ़ते म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में निवेश का मौका देती है। असर: इन आने वाले IPOs से मार्केट में काफ़ी पूंजी आने की उम्मीद है, जो टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में निवेशकों को अलग-अलग निवेश के अवसर देगा। यह भारत की आर्थिक ग्रोथ और इन कंपनियों की क्षमता में निवेशकों के मज़बूत भरोसे को दर्शाता है, जिससे संबंधित सेक्टरों में बाज़ार की लिक्विडिटी और वैल्यूएशन बढ़ सकती है। इन बड़े IPOs की सफल लिस्टिंग प्राइमरी मार्केट में सेंटीमेंट को और बढ़ावा दे सकती है, जिससे ज़्यादा कंपनियाँ पब्लिक होने के लिए प्रोत्साहित होंगी। रेटिंग: 8/10।