Banking/Finance
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Updated on 11 Nov 2025, 11:11 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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भारत के म्यूचुअल फंड निवेशकों को अब CAMS और KFin Technologies द्वारा मई 2025 में लॉन्च की गई एक पूरी तरह से ऑनलाइन सुविधा का लाभ मिल रहा है, जो MF यूनिट्स के निर्बाध (सीमलैस) ट्रांसफर और ज्वाइंट होल्डर की जानकारी में संशोधन (मॉडिफिकेशन) की अनुमति देती है। यह डिजिटल उन्नति MF मालिकाना हक प्रबंधन को सरल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पहले, MF यूनिट्स को ट्रांसफर करना या ज्वाइंट होल्डर्स को जोड़ना/हटाना एक जटिल प्रक्रिया थी, जिसमें अक्सर भौतिक रूप से जमा करना पड़ता था या ऑनलाइन करना संभव नहीं था। नई सुविधा निवेशकों को MF यूनिट्स को उपहार में देने, उन्हें कानूनी उत्तराधिकारियों को हस्तांतरित करने, या संयुक्त स्वामित्व (जॉइंट ओनरशिप) का प्रबंधन आसानी से करने में सक्षम बनाती है, यह सब CAMS, KFin Technologies, फंड हाउसों और MFCentral जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से होता है। यह सेवा नॉन-डीमैट या स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट (SOA) मोड में रखे गए MF यूनिट्स के लिए उपलब्ध है, कुछ समाधान-उन्मुख योजनाओं (सॉल्यूशंस-ओरिएंटेड स्कीम्स) को छोड़कर। जबकि डीमैट खातों में यूनिट्स हमेशा से ट्रांसफर करने योग्य रही हैं, यह ऑनलाइन-ओनली सुविधा नॉन-डीमैट होल्डिंग्स के लिए अद्वितीय है। प्रक्रिया को तेज़ बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें आमतौर पर दो कार्य दिवस लगते हैं, और दुरुपयोग को रोकने के लिए रिडीम की गई यूनिट्स पर 10-दिवसीय लॉक-इन होता है। मुख्य पूर्वापेक्षाओं (प्रिरिक्विजिट्स) में दोनों पक्षों के लिए वैध KYC स्थिति और संबंधित फंड हाउस के साथ एक फोलिओ शामिल है, हालांकि अब एक 'प्रोस्पेक्ट फोलिओ' भी बनाया जा सकता है। प्रभाव: यह खबर भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग के भीतर परिचालन दक्षता (ऑपरेशनल एफिशिएंसी) और निवेशक अनुभव को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती है। यह अधिक डिजिटल अपनाने (डिजिटल एडॉप्शन) को बढ़ावा देती है, एस्टेट प्लानिंग को सरल बनाती है, और MF मालिकाना हक को बैंक खातों की तरह अधिक तरल बनाती है। यह लाखों निवेशकों के लिए लेनदेन को आसान बनाती है, जिससे MF उत्पादों के साथ जुड़ाव बढ़ सकता है। रेटिंग: 8/10।