Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

भारत का धन रहस्य खुला! छोटे शहरों के अमीर उद्योगपति इस खास निवेश सेवा में पैसा लगा रहे हैं।

Banking/Finance|4th December 2025, 12:16 AM
Logo
AuthorAbhay Singh | Whalesbook News Team

Overview

भारत के छोटे शहरों जैसे इंदौर और कोच्चि के उच्च-नेट-वर्थ वाले व्यक्ति (HNIs) पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (PMS) के माध्यम से परिष्कृत, उच्च-जोखिम वाले निवेशों को तेजी से अपना रहे हैं। महामारी के बाद की जागरूकता और बढ़ती आय से प्रेरित इस वृद्धि ने PMS क्लाइंट बेस को लगभग दोगुना करके 220,000 कर दिया है और प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (AUM) को ₹8.54 ट्रिलियन तक बढ़ा दिया है, जिसमें गैर-मेट्रो ग्राहकों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

भारत का धन रहस्य खुला! छोटे शहरों के अमीर उद्योगपति इस खास निवेश सेवा में पैसा लगा रहे हैं।

भारत के छोटे शहरों में परिष्कृत निवेश का उदय

भारत का विशेष निवेश परिदृश्य बदल रहा है, जहां पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (PMS) जैसे उच्च-जोखिम वाले, परिष्कृत वित्तीय उत्पाद अब केवल महानगरीय अभिजात वर्ग तक ही सीमित नहीं हैं। टियर 2 और टियर 3 शहरों के धनी व्यक्ति PMS पेशकशों के साथ तेजी से सहज हो रहे हैं, जो ₹50 लाख की उच्च प्रवेश टिकट आकार वाले निवेशकों के लिए अनुकूलित इक्विटी और ऋण पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं। यह महत्वपूर्ण बदलाव पारंपरिक मेट्रो हब के बाहर व्यापक वित्तीय जागरूकता और जटिल निवेश रणनीतियों में संलग्न होने की इच्छा को दर्शाता है।

प्रमुख विकास मीट्रिक और डेटा

इस प्रवृत्ति का प्रभाव संख्याओं में स्पष्ट है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार, तीन वर्षों में PMS उद्योग का क्लाइंट काउंट लगभग 130,000 से लगभग 220,000 तक पहुंच गया है, जो लगभग दोगुना है। साथ ही, प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (AUM) में 1.7 गुना वृद्धि होकर ₹8.54 ट्रिलियन हो गई है, जिसमें कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) का पैसा शामिल नहीं है। मिंट के विश्लेषण से पता चलता है कि गैर-मेट्रो शहरों के ग्राहकों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, कुछ शीर्ष फर्मों ने अपने ग्राहकों का हिस्सा 10-12% से बढ़ाकर 30% होते देखा है।

गैर-मेट्रो भागीदारी के चालक

छोटे शहरों से इस भागीदारी को कई कारक बढ़ावा दे रहे हैं। कोविड के बाद की वित्तीयकरण (financialization) लहर एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक रही है, जिसने पूरे देश में म्यूचुअल फंड की पैठ का विस्तार किया है। जैसे-जैसे आय बढ़ रही है और वित्तीय जागरूकता बढ़ रही है, निवेशक निश्चित जमा (fixed deposits) और सोने जैसे पारंपरिक उत्पादों से म्यूचुअल फंड, फिर सीधे स्टॉक (direct stocks), और अंततः PMS और वैकल्पिक निवेश फंड (AIFs) जैसे अधिक जटिल साधनों की ओर बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, अर्थव्यवस्था के औपचारिकीकरण (formalization) ने गैर-मेट्रो शहरों में छोटे और मध्यम व्यवसाय मालिकों को अपनी कमाई को औपचारिक वित्तीय प्रणालियों में प्रवाहित करने के लिए मजबूर किया है, जिससे निवेश योग्य अधिशेष (investable surplus) का एक नया पूल तैयार हुआ है।

निवेशक प्रोफाइल और प्राथमिकताएं

इन छोटे शहरों में, नए PMS निवेशक अक्सर व्यवसाय के मालिक या पेशेवर होते हैं जो सलाहकार (advisory) भूमिकाओं में परिवर्तित हो गए हैं। यह मेट्रो में पाए जाने वाले वेतनभोगी उच्च-नेट-वर्थ व्यक्तियों के विपरीत है। जबकि मेट्रो-आधारित HNIs अक्सर AIFs को पसंद करते हैं, गैर-मेट्रो में उनके समकक्ष इक्विटी-भारी (equity-heavy) PMS उत्पादों को तेजी से चुन रहे हैं। इस सेगमेंट में विरासत में मिली संपत्ति (inherited wealth) का प्रबंधन करने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, जो पारिवारिक भाग्य को बढ़ाने और संरक्षित करने के लिए पेशेवर मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं।

वितरण नेटवर्क का विस्तार

PMS वितरकों के बढ़ते नेटवर्क से भी विकास को समर्थन मिल रहा है। एसोसिएशन ऑफ पोर्टफोलियो मैनेजर्स इन इंडिया (APMI) ने टियर 2 और टियर 3 शहरों में ग्राहकों की सेवा करने वाले वितरकों की संख्या में वृद्धि दर्ज की है। यह उन्नत वितरण पहुंच सुनिश्चित करती है कि निवेश उत्पाद उन क्षेत्रों में भी सुलभ हैं और सक्रिय रूप से प्रचारित किए जा रहे हैं जो पहले परिष्कृत वित्तीय सलाहकार सेवाओं द्वारा उपेक्षित थे।

घटना का महत्व

यह प्रवृत्ति उच्च-स्तरीय निवेश उत्पादों के लोकतंत्रीकरण (democratisation) को दर्शाती है, जो PMS उद्योग के लिए निवेशक आधार को व्यापक बना रही है और संभावित रूप से पूरे देश में अधिक कुशल पूंजी आवंटन (capital allocation) की ओर ले जा रही है। यह भारत के उभरते आर्थिक केंद्रों में विकसित हो रही वित्तीय परिष्कार और जोखिम लेने की क्षमता (risk appetite) को भी उजागर करती है।

प्रभाव

  • यह प्रवृत्ति भारतीय धन प्रबंधन क्षेत्र के लिए एक स्वस्थ विकास चरण को दर्शाती है, जो छोटे शहरों में निवेशकों के बीच बढ़ी हुई वित्तीय साक्षरता और आत्मविश्वास को इंगित करती है।
  • यह पूंजी आवंटन में एक संभावित बदलाव का सुझाव देती है, जिसमें अधिक धन परिष्कृत इक्विटी और ऋण साधनों में प्रवाहित हो रहा है, जिससे PMS उद्योग और पूंजी बाजारों को लाभ होगा।
  • PMS प्रदाताओं के लिए, यह विशाल नए बाजार खोलता है, जिसके लिए उन्हें गैर-मेट्रो स्थानों में ग्राहकों तक पहुंचने और उनकी सेवा करने के लिए रणनीतियों को अनुकूलित करने की आवश्यकता होगी।
  • प्रभाव रेटिंग: 8/10

कठिन शब्दों की व्याख्या

  • पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाएं (PMS): एक पेशेवर सेवा जहां निवेश प्रबंधक ग्राहक के निवेश पोर्टफोलियो का प्रबंधन करते हैं, अनुकूलित रणनीतियाँ प्रदान करते हैं और अक्सर म्यूचुअल फंडों की तुलना में उच्च जोखिम सहनशीलता (risk tolerance) प्रदान करते हैं।
  • उच्च-नेट-वर्थ व्यक्ति (HNIs): उच्च नेट वर्थ वाले व्यक्ति, आम तौर पर महत्वपूर्ण मात्रा में तरल वित्तीय संपत्ति (अक्सर ₹50 लाख या उससे अधिक) द्वारा परिभाषित किए जाते हैं।
  • प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (AUM): किसी वित्तीय संस्थान द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से प्रबंधित कुल बाजार मूल्य की संपत्ति।
  • गैर-मेट्रो: भारत के प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों के अलावा अन्य शहर।
  • वित्तीयकरण (Financialization): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा वित्तीय बाजार और वित्तीय प्रेरणाएँ अर्थव्यवस्था के संचालन में बढ़ती भूमिका निभाती हैं।
  • वैकल्पिक निवेश फंड (AIFs): निवेश फंड जो मान्यता प्राप्त, परिष्कृत निवेशकों या संस्थागत निवेशकों से पूंजी पूल करते हैं ताकि विभिन्न परिसंपत्तियों में निवेश कर सकें, जो अक्सर अतरल (illiquid) होते हैं, जैसे कि निजी इक्विटी (private equity), वेंचर कैपिटल (venture capital), हेज फंड (hedge funds), और रियल एस्टेट।

No stocks found.


Healthcare/Biotech Sector

भारत के टीबी युद्ध में शानदार 21% की गिरावट! कैसे तकनीक और समुदाय एक राष्ट्र को ठीक कर रहे हैं!

भारत के टीबी युद्ध में शानदार 21% की गिरावट! कैसे तकनीक और समुदाय एक राष्ट्र को ठीक कर रहे हैं!


Personal Finance Sector

भारत के सबसे अमीर लोगों का राज़: वे सिर्फ़ सोना नहीं, 'ऑप्शनैलिटी' खरीद रहे हैं!

भारत के सबसे अमीर लोगों का राज़: वे सिर्फ़ सोना नहीं, 'ऑप्शनैलिटी' खरीद रहे हैं!

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Banking/Finance

RBI का बड़ा 'फ्री बैंकिंग' बूस्ट: आपके बचत खाते (Savings Account) में हुआ ज़बरदस्त अपग्रेड!

Banking/Finance

RBI का बड़ा 'फ्री बैंकिंग' बूस्ट: आपके बचत खाते (Savings Account) में हुआ ज़बरदस्त अपग्रेड!

बॉन्ड मार्केट में हड़कंप! RBI MPC से पहले यील्ड के डर के बीच टॉप कंपनियाँ रिकॉर्ड फंड जुटाने के लिए दौड़ीं!

Banking/Finance

बॉन्ड मार्केट में हड़कंप! RBI MPC से पहले यील्ड के डर के बीच टॉप कंपनियाँ रिकॉर्ड फंड जुटाने के लिए दौड़ीं!

कोटक सीईओ का चौंकाने वाला बयान: विदेशी कंपनियों को सहायक कंपनियों को बेचना एक बहुत बड़ी रणनीतिक भूल है!

Banking/Finance

कोटक सीईओ का चौंकाने वाला बयान: विदेशी कंपनियों को सहायक कंपनियों को बेचना एक बहुत बड़ी रणनीतिक भूल है!

तत्काल: रूसी बैंकिंग टाइटन Sberbank ने भारत में बड़ी विस्तार योजनाओं का खुलासा किया - स्टॉक्स, बॉन्ड और बहुत कुछ!

Banking/Finance

तत्काल: रूसी बैंकिंग टाइटन Sberbank ने भारत में बड़ी विस्तार योजनाओं का खुलासा किया - स्टॉक्स, बॉन्ड और बहुत कुछ!


Latest News

रिकॉर्ड चांदी की बिकवाली! कीमतें आसमान छूने पर भारतीयों ने एक हफ्ते में बेचे 100 टन - क्या यह मुनाफे की होड़ है?

Commodities

रिकॉर्ड चांदी की बिकवाली! कीमतें आसमान छूने पर भारतीयों ने एक हफ्ते में बेचे 100 टन - क्या यह मुनाफे की होड़ है?

बाजार के बड़े मूवर्स: HUL डीमर्जर से हलचल! टाटा पावर, HCLटेक, डायमंड पावर के कॉन्ट्रैक्ट्स और भी बहुत कुछ हुआ उजागर!

Industrial Goods/Services

बाजार के बड़े मूवर्स: HUL डीमर्जर से हलचल! टाटा पावर, HCLटेक, डायमंड पावर के कॉन्ट्रैक्ट्स और भी बहुत कुछ हुआ उजागर!

भारत की अर्थव्यवस्था 8.2% बढ़ी, लेकिन रुपया ₹90/$ पर गिरा! निवेशकों की चौंकाने वाली दुविधा को समझें।

Economy

भारत की अर्थव्यवस्था 8.2% बढ़ी, लेकिन रुपया ₹90/$ पर गिरा! निवेशकों की चौंकाने वाली दुविधा को समझें।

वैश्विक पूंजी के लिए भारत का प्रवेश द्वार? केमैन आइलैंड्स ने $15 अरब के निवेश के लिए SEBI के साथ समझौते का प्रस्ताव दिया!

Economy

वैश्विक पूंजी के लिए भारत का प्रवेश द्वार? केमैन आइलैंड्स ने $15 अरब के निवेश के लिए SEBI के साथ समझौते का प्रस्ताव दिया!

E-motorcycle company Ultraviolette raises $45 milion

Auto

E-motorcycle company Ultraviolette raises $45 milion

शांति वार्ता विफल? क्षेत्रीय विवादों के बीच ट्रम्प की रूस-यूक्रेन डील अटकी!

World Affairs

शांति वार्ता विफल? क्षेत्रीय विवादों के बीच ट्रम्प की रूस-यूक्रेन डील अटकी!