सितंबर 2025 में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) में नेट इनफ्लो में 92% की भारी गिरावट देखी गई, जो अगस्त के ₹14,789 करोड़ से घटकर ₹1,139 करोड़ रह गया। यह तब हुआ जब PMS एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जिससे पता चलता है कि यह वृद्धि मुख्य रूप से बाजार की बढ़त के कारण थी, न कि नए निवेशक की पूंजी के कारण। हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) ने सावधानी दिखाई, जिससे वित्तीय वर्ष 2025-26 का सबसे बड़ा विवेकाधीन (discretionary) PMS आउटफ्लो हुआ।