इंडिआबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (अब स panggilan कैपिटल) में पूर्व चेयरमैन समीर गहलोत के कार्यकाल में हुई अनियमित ऋण एक बड़ी पहेली बन गए हैं। स्पष्ट लाल झंडे (red flags) के बावजूद, भारत की केंद्रीय एजेंसियों और नियामकों ने निर्णायक कार्रवाई करने में कथित तौर पर विफलता बरती है, जिससे निरीक्षण और कॉर्पोरेट प्रशासन पर चिंता बढ़ गई है।