कैपरी ग्लोबल को जेएम फाइनेंशियल से 'बाय' रेटिंग मिली! ₹245 का टारगेट प्राइस बड़े उछाल का संकेत दे रहा है।
Overview
जेएम फाइनेंशियल ने कैपरी ग्लोबल की कवरेज 'बाय' रेटिंग और ₹245 के टारगेट प्राइस के साथ शुरू की है। उन्होंने कंपनी की मजबूत एसेट क्वालिटी, विविध रिटेल फोकस और बढ़ती नॉन-इंटरेस्ट इनकम को लगातार ग्रोथ के ड्राइवर बताया है। ब्रोकरेज ने AUM और PAT में बड़ी ग्रोथ का अनुमान लगाया है, जिससे NBFC निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण रिटर्न दे सकती है।
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जेएम फाइनेंशियल ने कैपरी ग्लोबल कैपिटल लिमिटेड की कवरेज शुरू की है, जिसमें इसे 'बाय' रेटिंग दी है और ₹245 का टारगेट प्राइस तय किया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि यह नॉन-बैंक लेंडर (non-bank lender) लगातार ग्रोथ के लिए अच्छी स्थिति में है, जिसके पीछे इसके विविध रिटेल-केंद्रित व्यवसाय, मजबूत एसेट क्वालिटी और बढ़ती नॉन-इंटरेस्ट इनकम (non-interest income) जैसे कारण हैं।
पृष्ठभूमि विवरण (Background Details)
- कैपरी ग्लोबल कैपिटल लिमिटेड, जिसकी स्थापना 2011 में हुई थी, एक विविध नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में काम करती है।
- कंपनी के पास 100% सुरक्षित लेंडिंग बुक (secured lending book) है, जिसमें लगभग 80% संपत्ति रिटेल सेगमेंट में केंद्रित है।
- समय के साथ इसके उत्पाद निर्माण वित्त (construction finance), सुरक्षित MSME लेंडिंग (secured MSME lending), हाउसिंग फाइनेंस (housing finance), गोल्ड लोन (gold loans) और हाल ही में माइक्रो-LAP (लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी - Loan Against Property) तक विस्तारित हुए हैं।
- कैपरी ग्लोबल कार लोन ओरिजिनेशन (car loan origination) के माध्यम से शुल्क आय (fee income) भी उत्पन्न करती है और 2024 में बीमा वितरण लाइसेंस (insurance distribution license) प्राप्त किया है।
मुख्य संख्याएँ या डेटा (Key Numbers or Data)
- जेएम फाइनेंशियल ने कैपरी ग्लोबल के लिए ₹245 का टारगेट प्राइस निर्धारित किया है, जो FY28 के लिए अनुमानित प्राइस-टू-बुक वैल्यू (P/B) का 2.3 गुना है।
- ब्रोकरेज FY25 से FY27 के बीच लगभग 35% एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) का अनुमान लगा रहा है।
- इसी अवधि में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) CAGR लगभग 62% रहने का अनुमान है।
- औसत रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) के FY26–FY27 में क्रमशः 3.6% और 15.6% रहने की उम्मीद है।
- Q2FY26 में ग्रॉस स्टेज 3 (GS3) और नेट स्टेज 3 (NS3) एसेट क्वालिटी रेशियो क्रमशः 1.3% और 0.7% थे।
कंपनी की रणनीति (Company Strategy)
- कैपरी ग्लोबल की मुख्य रणनीति पूरी तरह से सुरक्षित लेंडिंग बुक बनाए रखना है, जिसमें रिटेल मार्केट सेगमेंट पर मजबूत जोर दिया गया है।
- गोल्ड लोन और माइक्रो-LAP पोर्टफोलियो जैसे उच्च-यील्ड (high-yield) सेगमेंट में विस्तार से ग्रोथ को बढ़ावा मिल रहा है।
- कंपनी अपनी यील्ड प्रोफाइल को संतुलित करने और संभावित मार्जिन दबाव को कम करने में मदद करने के लिए MSME प्राइम लोन को बढ़ाना चाहती है।
- को-लेंडिंग (co-lending), कार लोन ओरिजिनेशन, बीमा वितरण और आगामी बॉन्ड सिंडिकेशन (bond syndication) के माध्यम से नॉन-इंटरेस्ट इनकम (non-interest income) बढ़ाने पर रणनीतिक ध्यान केंद्रित है।
वित्तीय आउटलुक (Financial Outlook)
- जेएम फाइनेंशियल को उम्मीद है कि गोल्ड लोन और MSME क्रेडिट की संयुक्त ताकत से प्रेरित होकर AUM ग्रोथ की गति मजबूत बनी रहेगी।
- ऑपरेटिंग लिवरेज (Operating leverage) और स्थिर क्रेडिट लागत (FY26 के बाद लगभग 0.5%) लाभप्रदता का समर्थन करेंगी।
- नॉन-इंटरेस्ट इनकम (non-interest income) समग्र लाभप्रदता में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बन रही है, जो स्थिरता प्रदान करती है।
- पूरी तरह से सुरक्षित लोन बुक द्वारा समर्थित एसेट क्वालिटी मजबूत बनी रहने की उम्मीद है, भले ही GNPA में मामूली अस्थायी वृद्धि हुई हो, जिन्होंने तेजी से सुधार दिखाया है।
मूल्यांकन और जोखिम (Valuation and Risks)
- वर्तमान मूल्यांकन पर, कैपरी ग्लोबल FY28 अनुमानित प्राइस-टू-बुक वैल्यू (P/B) का लगभग 1.8 गुना ट्रेड कर रही है, जिसमें जेएम फाइनेंशियल को महत्वपूर्ण अपसाइड क्षमता दिखती है।
- ₹245 के टारगेट प्राइस का मतलब निवेशकों के लिए स्वस्थ संभावित रिटर्न है।
- विश्लेषकों द्वारा पहचाने गए मुख्य जोखिमों में गोल्ड की कीमतों में तेज गिरावट, MSME सेगमेंट को प्रभावित करने वाला एक व्यापक आर्थिक मंदी, या बाजार में क्रेडिट तनाव बढ़ना शामिल है।
प्रभाव (Impact)
- जेएम फाइनेंशियल जैसे प्रतिष्ठित ब्रोकरेज से सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कवरेज की शुरुआत से निवेशक की रुचि काफी बढ़ सकती है और संभावित रूप से कैपरी ग्लोबल के शेयर मूल्य को ऊपर ले जा सकती है।
- यह कंपनी के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ स्ट्रेटेजी को मान्य करता है, जिससे भारतीय NBFC सेक्टर के अन्य खिलाड़ियों के लिए सकारात्मक भावना पैदा हो सकती है।
कठिन शब्दों की व्याख्या (Difficult Terms Explained)
- P/B (प्राइस-टू-बुक वैल्यू): यह एक वैल्यूएशन मीट्रिक है जो कंपनी के शेयर मूल्य की तुलना उसके बुक वैल्यू प्रति शेयर से करता है।
- AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट): किसी वित्तीय संस्थान द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से प्रबंधित निवेशों का कुल बाजार मूल्य।
- CAGR (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट): एक निर्दिष्ट अवधि में किसी निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर, यह मानते हुए कि लाभ का पुनर्निवेश किया गया है।
- PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स): कुल राजस्व से सभी खर्चों, ब्याज और करों को घटाने के बाद कंपनी का शुद्ध लाभ।
- RoA (रिटर्न ऑन एसेट्स): एक वित्तीय अनुपात जो मापता है कि कोई कंपनी अपनी संपत्ति का कितनी लाभप्रदता से उपयोग करके आय उत्पन्न कर रही है।
- RoE (रिटर्न ऑन इक्विटी): एक लाभप्रदता अनुपात जो दिखाता है कि कंपनी शेयरधारकों द्वारा निवेशित धन पर कितना लाभ उत्पन्न करती है।
- GS3/NS3 (ग्रॉस स्टेज 3 / नेट स्टेज 3): ये नियामक मानदंडों के तहत एसेट क्वालिटी वर्गीकरण हैं, जो नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) को इंगित करते हैं।
- GNPA (ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट): डिफ़ॉल्ट ऋणों का कुल मूल्य जिन्होंने एक निर्दिष्ट अवधि के लिए आय उत्पन्न नहीं की है।
- Micro-LAP (माइक्रो लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी): संपत्ति के संपार्श्विक (collateral) के विरुद्ध प्रदान किए जाने वाले छोटे मूल्य के ऋण।
- Co-lending: एक मॉडल जहां दो ऋणदाता एक ऋण के जोखिम और रिटर्न को साझा करते हैं।
- Direct Assignment: एक मध्यवर्ती स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) का उपयोग किए बिना सीधे ऋणों के एक पूल को निवेशक को बेचना।
- Bond Syndication: निवेश बैंकों के एक समूह द्वारा निवेशकों को बॉन्ड के एक नए मुद्दे का सामूहिक रूप से अंडरराइटिंग और वितरण करने की प्रक्रिया।

