Banking/Finance
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Updated on 30 Oct 2025, 10:17 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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1 नवंबर से भारत भर में कई महत्वपूर्ण नियामक परिवर्तन लागू होने वाले हैं, जो बैंकिंग सेवाओं, व्यक्तिगत पहचान और व्यावसायिक अनुपालन को प्रभावित करेंगे।
बैंक खातों के लिए नया नामांकन नियम: अब बैंक खातों, फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs), और सुरक्षित अभिरक्षा लेखों (safe custody articles) के लिए चार व्यक्तियों तक को नामांकित किया जा सकता है। इस कदम का उद्देश्य वित्तीय संपत्तियों पर अधिक लचीलापन और नियंत्रण प्रदान करना, प्रक्रियाओं को सरल बनाना और संभावित विवादों या निपटान में देरी को कम करना है। बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम, 2025 के अनुसार बैंकों को नामांकन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया गया है।
आधार अपडेट: व्यक्ति अब अपने आधार कार्ड पर नाम, पता, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर जैसे व्यक्तिगत विवरण बिना सहायक दस्तावेजों के ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। हालांकि, फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन जैसे बायोमेट्रिक अपडेट के लिए 1 नवंबर से आधार केंद्र जाना आवश्यक होगा। व्यक्तिगत विवरण के लिए ऑनलाइन अपडेट की लागत 75 रुपये होगी, जबकि बायोमेट्रिक परिवर्तनों के लिए 125 रुपये का शुल्क लिया जाएगा।
एसबीआई कार्ड परिवर्तन: एसबीआई कार्ड ने अपनी शुल्क संरचना में संशोधन किया है। थर्ड-पार्टी पेमेंट एप्लिकेशन का उपयोग करके एसबीआई क्रेडिट कार्ड से किए गए शिक्षा भुगतान लेनदेन पर 1% शुल्क लागू होगा। इसके अतिरिक्त, 1,000 रुपये से अधिक के वॉलेट लोड लेनदेन पर भी 1% शुल्क लिया जाएगा।
पेंशनभोगियों के लिए समय सीमा: केंद्रीय और राज्य सरकार के पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन भुगतान की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए 30 नवंबर तक अपना वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
एनपीएस से यूपीएस स्विच: केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) से एकीकृत पेंशन योजना (UPS) में स्विच करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।
नई जीएसटी पंजीकरण प्रणाली: छोटे व्यवसायों और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के लिए प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक नई वस्तु एवं सेवा कर (GST) पंजीकरण प्रणाली लागू की जाएगी।
प्रभाव: इन नियमों में परिवर्तन सीधे तौर पर व्यक्तियों के वित्तीय प्रबंधन प्रथाओं को प्रभावित करते हैं, प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करते हैं, और व्यवसायों के लिए अनुपालन को आसान बनाने का लक्ष्य रखते हैं। बैंकिंग और आधार सेवाओं में परिवर्तन अधिक सुविधा प्रदान करते हैं लेकिन नई शुल्क संरचनाएं भी पेश करते हैं, जबकि जीएसटी प्रणाली अपडेट बेहतर व्यावसायिक संचालन पर केंद्रित है। वित्तीय लेनदेन और नियामक अनुपालन पर समग्र प्रभाव मध्यम से उच्च है।
प्रभाव रेटिंग: 7/10
परिभाषाएँ: नामांकन (Nomination): खाताधारक की मृत्यु पर संपत्ति या लाभ प्राप्त करने के लिए किसी व्यक्ति को नामित करने की प्रक्रिया। फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs): बैंकों द्वारा दी जाने वाली एक प्रकार की निवेश खाता जो एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है। आधार (Aadhaar): भारत के विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा निवासियों को जारी किया गया 12-अंकीय अद्वितीय पहचान नंबर। बायोमेट्रिक अपडेट (Biometric updates): फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन जैसी अद्वितीय शारीरिक विशेषताओं जैसे पहचान के लिए उपयोग की जाने वाली जानकारी में परिवर्तन। जीएसटी (GST): वस्तु एवं सेवा कर, भारत में वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाने वाला अप्रत्यक्ष कर। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS): नागरिकों के लिए सरकार द्वारा प्रायोजित पेंशन योजना। एकीकृत पेंशन योजना (UPS): केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए एक एकीकृत पेंशन प्रबंधन प्रणाली। जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate): पेंशनभोगियों द्वारा अपनी पेंशन प्राप्त करने की पात्रता की पुष्टि करने के लिए आवश्यक दस्तावेज।
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