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Updated on 12 Nov 2025, 05:57 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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यामाहा मोटर इंडिया, जो देश में चार दशकों से एक स्थापित कंपनी है, अब दोपहिया बाज़ार के प्रीमियम सेगमेंट की ओर अपना ध्यान केंद्रित करके एक महत्वपूर्ण बदलाव की रणनीति बना रही है। चेयरमैन इतारू ओटानी का मानना है कि भारतीय ग्राहक अब लग्ज़री और उच्च-प्रदर्शन वाले वाहनों को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं, और इसी क्षेत्र में यामाहा को मज़बूत संभावनाएँ दिख रही हैं।
कंपनी अगले साल 10 नए मॉडल लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसमें दो इलेक्ट्रिक स्कूटर शामिल होंगे। एक मुख्य ध्यान 149-155cc मोटरसाइकिल सेगमेंट पर रहेगा, जहाँ यामाहा की वर्तमान में 17% हिस्सेदारी है और इसका लक्ष्य 2030 तक इसे बढ़ाकर 25% करना है। निर्यात भी एक प्राथमिकता है, जिसका लक्ष्य मौजूदा कैलेंडर वर्ष के लिए 340,000 यूनिट है, जो 2024 में 278,000 यूनिट से ज़्यादा है।
यामाहा ने 2018 में कम्यूटर मोटरसाइकिल सेगमेंट छोड़ दिया था ताकि वह 150cc और उससे ऊपर के मॉडलों पर ध्यान केंद्रित कर सके, जिससे लाभप्रदता में सुधार हुआ है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए, यामाहा एक प्रीमियम रणनीति बना रही है। वे बेंगलुरु-आधारित स्टार्टअप 'रिवर' के साथ अपने Aerox-E और EC-06 मॉडल के लिए सहयोग कर रहे हैं, ताकि मौजूदा भारतीय EV निर्माताओं के साथ सीधा मुकाबला करने से बचा जा सके।
प्रभाव: यामाहा का यह रणनीतिक बदलाव भारत के प्रीमियम मोटरसाइकिल और तेज़ी से बढ़ते इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा को और तेज़ कर सकता है। इससे प्रतिस्पर्धियों में नवाचार और उत्पाद विकास को भी बढ़ावा मिल सकता है, जो उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकता है। निवेशकों के लिए, यह भारतीय ऑटो बाज़ार के एक संभावित उच्च-विकास वाले सेगमेंट पर एक नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का संकेत देता है। इन नए मॉडलों और EV लॉन्च की सफलता यामाहा के बाज़ार में वापसी के लिए महत्वपूर्ण होगी।
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