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Updated on 05 Nov 2025, 04:19 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने वित्तीय वर्ष 2026 (Q2 FY26) की दूसरी तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय नतीजे पेश किए हैं। निर्यात विकास का एक प्रमुख इंजन बनकर उभरा है, जिसमें सालाना आधार पर 40% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, खासकर दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे बाजारों में। कंपनी ने SML इसुजु के अधिग्रहण को भी सफलतापूर्वक अंतिम रूप दे दिया है, जिसका उद्देश्य वाणिज्यिक वाहन बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना है।
वाहनों की कीमतों में वृद्धि की सहायता से ऑटोमोटिव डिवीजन में वॉल्यूम में 13.3% YoY और राजस्व में 18.1% YoY की वृद्धि देखी गई। हालांकि, GST दर में कटौती के कारण मध्य-अगस्त से लेकर सितंबर के अंत तक घरेलू बिक्री में थोड़ी रुकावट आई, लेकिन तब से मांग ठीक हो गई है, खासकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिलने के साथ। टैक्स में कटौती से ट्रैक्टर और लाइट कमर्शियल व्हीकल्स (LCVs) को काफी फायदा होने की उम्मीद है, जिसके लिए M&M ने LCV ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाकर 10–12% कर दिया है। ट्रैक्टर वॉल्यूम में कम दो अंकों (low double digits) में वृद्धि का अनुमान है, और SUV वॉल्यूम में मध्यम से उच्च टीन्स (mid-to-high teens) में वृद्धि की उम्मीद है।
M&M अपने उत्पाद विकास के साथ ट्रैक पर है, FY26 में तीन नए इंटरनल कम्बस्चन इंजन (ICE) मॉडल और दो बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEVs) लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसका लक्ष्य FY30 तक कुल पोर्टफोलियो में सात ICEs और पांच BEVs रखना है।
प्रभाव: यह खबर महिंद्रा एंड महिंद्रा के लिए मजबूत परिचालन प्रदर्शन और रणनीतिक विकास का संकेत देती है। सफल अधिग्रहण और विकास गाइडेंस में बढ़ोतरी कंपनी के स्टॉक के लिए संभावित सकारात्मक भावना का सुझाव देते हैं। नए उत्पाद लॉन्च, जिसमें EVs भी शामिल हैं, M&M को भविष्य के बाजार के रुझानों के लिए भी तैयार करता है।