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Updated on 14th November 2025, 4:13 AM
Author
Satyam Jha | Whalesbook News Team
टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (TMCV) अपने डिमर्जर और Q2 नतीजों के बाद चर्चा में है। कंपनी ने 867 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट लॉस रिपोर्ट किया, जो टाटा कैपिटल के निवेश पर 2,026 करोड़ रुपये के मार्क-टू-मार्केट नुकसान से प्रभावित हुआ। रेवेन्यू 18,585 करोड़ रुपये तक बढ़ा, और टैक्स-पूर्व लाभ (PBT) 1,694 करोड़ रुपये हो गया। ब्रोकरेज नुवामा ने 'रिड्यूस' रेटिंग और 300 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ कवरेज शुरू किया है, जो 317 रुपये के बीएसई क्लोजिंग प्राइस से संभावित 5% गिरावट का संकेत देता है। शेयर पहले 26-28% से अधिक के प्रीमियम पर लिस्ट हुए थे।
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टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (TMCV) हालिया डिमर्जर और दूसरी तिमाही (Q2) के वित्तीय नतीजों की घोषणा के बाद निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। यह नए लिस्ट हुए एंटिटी के डिमर्जर के बाद के पहले नतीजे हैं।
**Q2 वित्तीय प्रदर्शन**: जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए, कमर्शियल वाहन व्यवसाय ने 867 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट लॉस दर्ज किया। यह आंकड़ा टाटा कैपिटल में निवेश पर 2,026 करोड़ रुपये के मार्क-टू-मार्केट नुकसान से काफी प्रभावित हुआ। इसकी तुलना में, पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में 498 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया गया था। हालांकि, कमर्शियल वाहन खंड के लिए संचालन से राजस्व में साल-दर-साल वृद्धि देखी गई, जो पिछली वर्ष की दूसरी तिमाही के 17,535 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 18,585 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने टैक्स-पूर्व लाभ (PBT) में भी वृद्धि दर्ज की, जो सितंबर 2025 तिमाही के लिए 1,694 करोड़ रुपये रहा, जबकि सितंबर 2024 तिमाही में यह 1,225 करोड़ रुपये था।
**ब्रोकरेज का दृष्टिकोण**: इन वित्तीय खुलासों के बाद, एक प्रमुख ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने टाटा मोटर्स सीवी पर कवरेज शुरू किया है। फर्म ने स्टॉक को 'रिड्यूस' रेटिंग दी है, और 300 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह टारगेट 13 नवंबर को बीएसई पर स्टॉक के 317 रुपये के क्लोजिंग प्राइस से लगभग 5% की संभावित गिरावट का संकेत देता है।
**लिस्टिंग प्रदर्शन**: टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयरों ने बाजार में मजबूत शुरुआत की, जो महत्वपूर्ण प्रीमियम पर लिस्ट हुए। एनएसई पर, स्टॉक 335 रुपये पर खुला, जो डिस्कवरी प्राइस से 28.48% अधिक था, जबकि बीएसई पर इसने 330.25 रुपये पर ट्रेडिंग शुरू की, जो 26.09% ऊपर था। डिमर्जर 1:1 के अनुपात में किया गया था, जिसकी प्रभावी तिथि 1 अक्टूबर थी।
**प्रभाव**: इस खबर का भारतीय शेयर बाजार, विशेष रूप से ऑटोमोटिव क्षेत्र पर असर पड़ने की संभावना है। निवेशक यह देखने के लिए उत्सुक रहेंगे कि स्टॉक नुवामा की 'डाउनग्रेड' पर कैसे प्रतिक्रिया करता है, खासकर मजबूत लिस्टिंग के बाद। मार्क-टू-मार्केट नुकसान को लेकर चिंताएं निवेशक की भावना को प्रभावित कर सकती हैं, जबकि राजस्व वृद्धि और पीबीटी वृद्धि अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती हैं। 'रिड्यूस' रेटिंग स्टॉक मूल्य पर दबाव डाल सकती है।