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त्योहारी मांग और जीएसटी कटौती से प्रेरित होकर अक्टूबर में भारत की वाहन खुदरा बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची

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Updated on 07 Nov 2025, 04:56 pm

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Reviewed By

Aditi Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

अक्टूबर में भारत में वाहन खुदरा बिक्री लगभग 4 मिलियन यूनिट्स के अभूतपूर्व सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40.5% की वृद्धि दर्शाती है। इस उछाल का मुख्य कारण यात्री वाहनों (passenger vehicles) और दोपहिया (two-wheelers) की मजबूत मांग थी, जिसे सरकारी जीएसटी कटौती, त्योहारी मौसम के दौरान मजबूत उपभोक्ता भावना और ग्रामीण बाजारों से महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला।
त्योहारी मांग और जीएसटी कटौती से प्रेरित होकर अक्टूबर में भारत की वाहन खुदरा बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची

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Stocks Mentioned:

Maruti Suzuki India Limited

Detailed Coverage:

भारत के ऑटो खुदरा क्षेत्र ने अक्टूबर में एक ऐतिहासिक महीना अनुभव किया, जिसमें वाहन बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 40.5% बढ़कर लगभग 4 मिलियन यूनिट्स के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। यात्री वाहन पंजीकरण (Passenger vehicle registrations) ने 557,373 यूनिट्स का मासिक रिकॉर्ड बनाया, जबकि दोपहिया वाहनों (two-wheeler sales) की बिक्री भी 3,149,846 यूनिट्स के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इस वृद्धि का श्रेय कई कारकों के संयोजन को दिया गया, जिसमें विलंबित मांग (pent-up demand), वस्तु एवं सेवा कर (GST) दर में कटौती का सकारात्मक प्रभाव, त्योहारी अवधि के दौरान मजबूत उपभोक्ता विश्वास (consumer confidence) और ग्रामीण मांग में एक उल्लेखनीय पुनरुद्धार शामिल है।

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (Fada) के अध्यक्ष सी एस विग्नेश्वर ने बताया कि सुधारों, त्योहारों और ग्रामीण विकास ने सामूहिक रूप से इन रिकॉर्ड नतीजों को हासिल किया। उन्होंने नोट किया कि ग्रामीण भारत एक महत्वपूर्ण विकास इंजन के रूप में उभरा है, जहाँ अनुकूल मानसून, उच्च कृषि आय और सरकारी बुनियादी ढांचा पहलों ने क्रय शक्ति (purchasing power) बढ़ाई है। ग्रामीण यात्री वाहनों की बिक्री शहरी बिक्री की तुलना में तीन गुना से अधिक तेजी से बढ़ी, और ग्रामीण दोपहिया वाहनों की वृद्धि दर शहरी दरों से लगभग दोगुनी हो गई, जो मांग में एक संरचनात्मक बदलाव (structural shift) का संकेत देती है।

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के पार्थो बनर्जी ने इस प्रवृत्ति की पुष्टि की, यह बताते हुए कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में अपकंट्री बाजारों (upcountry markets) में बिक्री वृद्धि अधिक देखी गई। हुंडई मोटर इंडिया के तरुण गर्ग ने मांग की गति (demand momentum) बनाए रखने के बारे में आशावाद व्यक्त किया, और भविष्य के मांग चालकों (demand drivers) के रूप में फसल और विवाह के मौसमों के साथ-साथ नए मॉडल लॉन्च का उल्लेख किया।

यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों के अलावा, तीन-पहिया, वाणिज्यिक वाहनों (commercial vehicles) और ट्रैक्टरों के पंजीकरण में भी क्रमशः 5.4%, 17.7% और 14.2% की वृद्धि देखी गई। हालांकि, निर्माण उपकरण (construction equipment) की बिक्री विस्तारित मानसून के कारण परियोजनाओं में देरी के चलते 30.5% गिर गई।

नवरात्रि और दिवाली तक चलने वाली 42-दिवसीय त्योहारी अवधि के दौरान, कुल वाहन खुदरा बिक्री 21% बढ़कर 5,238,401 यूनिट्स हो गई। दोपहिया वाहनों की बिक्री 22% बढ़ी, और यात्री वाहनों की बिक्री 23% बढ़ी, दोनों ने त्योहारी बिक्री में सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल किया। वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 15%, ट्रैक्टर पंजीकरण 14% और तीन-पहिया वाहनों की बिक्री 9% बढ़ी। इस अवधि के दौरान निर्माण उपकरण की बिक्री 24% गिर गई।

प्रभाव: यह खबर भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र और उपभोक्ता खर्च में मजबूत आर्थिक गतिविधि का संकेत देती है। जीएसटी लाभों के जारी रहने, स्थिर ग्रामीण आय और मौसमी मांग के कारण अगले तीन महीनों में सकारात्मक रुझान जारी रहने की उम्मीद है। भारतीय शेयर बाजार, विशेष रूप से ऑटो क्षेत्र पर समग्र प्रभाव सकारात्मक है। रेटिंग: 8/10।