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Updated on 11 Nov 2025, 09:06 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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टेनेको क्लीन एयर इंडिया, जो अमेरिकी स्थित टेनेको ग्रुप का हिस्सा है, ₹3,600 करोड़ के एक बड़े आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए तैयारी कर रही है। यह इसके प्रमोटर, टेनेको मॉरीशस होल्डिंग्स द्वारा एक शुद्ध बिक्री प्रस्ताव (OFS) होगा, जिसका अर्थ है कि कंपनी के विस्तार के लिए कोई नई पूंजी नहीं जुटाई जाएगी। ₹397 के ऊपरी मूल्य बैंड पर, कंपनी का मूल्यांकन लगभग ₹16,000 करोड़ आंका गया है।
टेनेको इंडिया भारत के ऑटो सहायक क्षेत्र (auto ancillary sector) में एक प्रमुख खिलाड़ी है, जो क्लीन एयर, पावरट्रेन और सस्पेंशन सिस्टम में विशेषज्ञता रखती है। इसकी बाजार में मजबूत स्थिति है, यह भारतीय वाणिज्यिक वाहन निर्माताओं के लिए क्लीन एयर सिस्टम की सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता है (57% बाजार हिस्सेदारी के साथ), और यात्री वाहन निर्माताओं के लिए शॉक एब्जॉर्बर और स्ट्रट्स की अग्रणी आपूर्तिकर्ता है (52% बाजार हिस्सेदारी के साथ)।
**नियामकीय पूंछ (Regulatory Tailwinds):** कंपनी BS7 और CAFE जैसे कड़े उत्सर्जन मानकों (emission norms) से लाभान्वित हो रही है, जो इसके इंजीनियर एग्जॉस्ट आफ्टरट्रीटमेंट सिस्टम की मांग बढ़ा रहे हैं। BS6 के लिए की गई तैयारी इसकी अनुकूलन क्षमता को दर्शाती है।
**EV संक्रमण जोखिम:** 'क्लीन एयर और पावरट्रेन सॉल्यूशंस' सेगमेंट के लिए एक महत्वपूर्ण दीर्घकालिक चुनौती इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की ओर तेजी से बढ़ता वैश्विक बदलाव है, क्योंकि इसके मुख्य उत्पाद मुख्य रूप से आंतरिक दहन इंजन (ICE) और हाइब्रिड प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। हालांकि, 'एडवांस्ड राइड टेक्नोलॉजीज' सेगमेंट EVs और भविष्य के रुझानों के साथ बेहतर ढंग से संरेखित है।
**OEM संबंध और वित्तीय प्रदर्शन:** टेनेको इंडिया के मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे प्रमुख मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के साथ गहरे, लंबे समय से संबंध हैं। वित्तीय रूप से, कंपनी ने सुधार दिखाया है, FY25 में EBITDA में 43% की वृद्धि हुई और लाभ पश्चात कर (PAT) में 45% की उछाल आई, जो मार्जिन के मामले में कुछ साथियों से बेहतर प्रदर्शन है, हालांकि इसकी राजस्व वृद्धि अपेक्षाकृत स्थिर रही है।
**मूल्यांकन:** ₹16,000 करोड़ के अनुमानित मूल्यांकन पर, टेनेको इंडिया अपनी आय के लगभग 29 गुना पर कारोबार कर रही है, जो गैब्रिएल इंडिया, उनो मिंडा और सोना बीएलडब्ल्यू जैसे सूचीबद्ध साथियों की तुलना में एक छूट (discount) का प्रतिनिधित्व करता है।
**प्रभाव** यह आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऑटो सहायक क्षेत्र में एक बड़ा प्रस्ताव पेश करता है, जो संभावित रूप से काफी निवेशक रुचि आकर्षित कर सकता है और इस क्षेत्र में भविष्य की लिस्टिंग के लिए एक बेंचमार्क स्थापित कर सकता है। इस आईपीओ की सफलता ऑटो कंपोनेंट्स उद्योग में निवेशक विश्वास को बढ़ा सकती है।
प्रभाव रेटिंग: 7/10
**कठिन शब्दों की व्याख्या:** * IPO (Initial Public Offering): पहली बार जब कोई निजी कंपनी अपने शेयर जनता को पेश करती है, जिससे वह स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हो सके। * Offer for Sale (OFS): शेयर बेचने की एक विधि जिसमें मौजूदा शेयरधारक (जैसे प्रमोटर) नए निवेशकों को अपना हिस्सा बेचते हैं, बजाय इसके कि कंपनी नए शेयर जारी करे। * OEMs (Original Equipment Manufacturers): वे कंपनियां जो उत्पाद (जैसे वाहन) बनाती हैं और फिर उन्हें अपने ब्रांड नाम के तहत बेचती हैं। * Clean Air Systems: वाहनों के एग्जॉस्ट से हानिकारक उत्सर्जन को कम करने के लिए डिज़ाइन किए गए कंपोनेंट्स, जैसे कैटेलिटिक कन्वर्टर और मफलर। * Powertrain Systems: सभी कंपोनेंट्स जो पावर उत्पन्न करते हैं और सड़क तक पहुंचाते हैं, जिनमें इंजन, ट्रांसमिशन और ड्राइवट्रेन शामिल हैं। * Suspension Systems: वाहन को उसके पहियों से जोड़ने वाले कंपोनेंट्स, जो पहियों को ऊपर-नीचे स्वतंत्र रूप से चलने देते हैं ताकि झटकों को अवशोषित किया जा सके और एक सहज सवारी सुनिश्चित की जा सके (जैसे, शॉक एब्जॉर्बर, स्ट्रट्स)। * BS7 / BS6 (Bharat Stage Emission Standards): भारतीय सरकार द्वारा अनिवार्य किए गए उत्सर्जन मानक जो आंतरिक दहन इंजनों से निकलने वाले वायु प्रदूषकों को नियंत्रित करते हैं। BS7 नवीनतम/आगामी मानक है, जबकि BS6 पहले लागू किया गया था। * CAFE (Corporate Average Fuel Economy): ऐसे नियम जो वाहनों के लिए ईंधन दक्षता मानकों को अनिवार्य करते हैं ताकि उत्सर्जन और ईंधन की खपत को कम किया जा सके। * ICE (Internal Combustion Engine): पारंपरिक इंजन जो पावर उत्पन्न करने के लिए ईंधन (जैसे पेट्रोल या डीजल) जलाते हैं। * EVs (Electric Vehicles): ऐसे वाहन जो केवल बैटरियों में संग्रहीत बिजली से चलते हैं। * EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization): किसी कंपनी के परिचालन प्रदर्शन का एक माप, कुछ खर्चों का हिसाब लेने से पहले। * PAT (Profit After Tax): कंपनी का शुद्ध लाभ, सभी खर्चों, करों और ब्याज को काटने के बाद। * Valuation: किसी कंपनी का अनुमानित मूल्य। * OFS (Offer for Sale): एक प्रकार की शेयर बिक्री जिसमें मौजूदा शेयरधारक जनता को अपने शेयर बेचते हैं, एक फ्रेश इश्यू के विपरीत जिसमें कंपनी स्वयं नए शेयर बेचती है। * BPS (Basis Points): एक बेसिस पॉइंट 0.01% के बराबर होता है। * RoE (Return on Equity): कंपनी अपने शेयरधारक निवेशों का कितनी लाभप्रदता से उपयोग करती है, इसका एक माप। * RoCE (Return on Capital Employed): कंपनी अपने पूंजी का उपयोग लाभ उत्पन्न करने के लिए कितनी कुशलता से करती है, इसका एक माप। * OFS (Offer for Sale): शेयर बेचने की एक विधि जिसमें मौजूदा शेयरधारक नए निवेशकों को अपना हिस्सा बेचते हैं, बजाय इसके कि कंपनी नए शेयर जारी करे।