Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

एलजी एनर्जी सॉल्यूशंस ने ओला इलेक्ट्रिक पर बैटरी प्रौद्योगिकी लीक करने का आरोप लगाया; जांच जारी

Auto

|

Updated on 06 Nov 2025, 04:38 pm

Whalesbook Logo

Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

दक्षिण कोरिया की एलजी एनर्जी सॉल्यूशंस (LGES) ने ओला इलेक्ट्रिक पर अपनी पाउच-टाइप टर्नरी लिथियम-आयन बैटरियों से संबंधित मालिकाना तकनीक प्राप्त करने का आरोप लगाया है। कथित तौर पर एक पूर्व एलजी शोधकर्ता को ओला इलेक्ट्रिक को उत्पादन प्रक्रियाओं और विनिर्माण संबंधी जानकारी (know-how) हस्तांतरित करने के आरोप में दक्षिण कोरियाई अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। यह आरोप ऐसे समय में सामने आया है जब ओला इलेक्ट्रिक अपनी नई 4680 भारत सेल बैटरियों की डिलीवरी की घोषणा कर रही है। ओला इलेक्ट्रिक पहले भी एपीआई (API) उपयोग को लेकर MapmyIndia से कानूनी नोटिस जैसी चुनौतियों का सामना कर चुकी है।
एलजी एनर्जी सॉल्यूशंस ने ओला इलेक्ट्रिक पर बैटरी प्रौद्योगिकी लीक करने का आरोप लगाया; जांच जारी

▶

Detailed Coverage:

एलजी एनर्जी सॉल्यूशंस (LGES) ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि भारतीय ईवी (EV) निर्माता ने पाउच-टाइप टर्नरी लिथियम-आयन बैटरियों के निर्माण के लिए एलजीईएस की मालिकाना तकनीक तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त की। दक्षिण कोरियाई अधिकारियों, जिनमें राष्ट्रीय खुफिया सेवा (National Intelligence Service) और सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस शामिल हैं, कथित तौर पर एक पूर्व एलजी शोधकर्ता की जांच कर रहे हैं, जिस पर ओला इलेक्ट्रिक को बैटरी उत्पादन प्रक्रियाओं और विनिर्माण संबंधी जानकारी (manufacturing know-how) हस्तांतरित करने का संदेह है। शोधकर्ता ने कथित तौर पर डेटा ट्रांसफर को स्वीकार किया है लेकिन कहा है कि वह इसकी गोपनीय प्रकृति से अनजान था। एलजीईएस ने पुष्टि की कि स्थिति का पता चलने पर उन्होंने अधिकारियों को सूचित कर दिया था। यह घटना ओला इलेक्ट्रिक द्वारा अपने नए 4680 भारत सेल-संचालित वाहनों के लिए डिलीवरी की घोषणा के साथ मेल खाती है। ओला इलेक्ट्रिक बैटरी तकनीक में सक्रिय रूप से निवेश कर रही है, जिसमें पहला मेड-इन-इंडिया लिथियम-आयन सेल का अनावरण और बैटरी इनोवेशन सेंटर (BIC) की स्थापना शामिल है। कंपनी ने ईवी (EV) सेगमेंट में कई पेटेंट भी दायर किए हैं। यह ओला की पहली कानूनी बाधा नहीं है। जुलाई 2024 में, MapmyIndia की मूल कंपनी CE Info Systems ने नेविगेशन एपीआई (APIs) और एसडीके (SDKs) से संबंधित लाइसेंसिंग समझौते के उल्लंघन के आरोपों पर ओला को एक कानूनी नोटिस जारी किया था। उद्योग के दिग्गज धिविक अशोक ने ओला के मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित करने की आलोचना की थी, यह सुझाव देते हुए कि कंपनी अपनी कीमत बढ़ाने के लिए विभिन्न तरीकों, संभवतः अनैतिक तरीकों का भी उपयोग कर सकती है। उन्होंने ओला के स्कूटर और बैटरी तकनीक की उत्पत्ति और विकास की समय-सीमा पर भी सवाल उठाए थे, जिससे यह संकेत मिलता है कि शॉर्टकट लिए गए होंगे। प्रभाव: यदि आरोप साबित होते हैं तो यह खबर ओला इलेक्ट्रिक की प्रतिष्ठा, परिचालन निरंतरता और भविष्य के तकनीकी विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। इससे कानूनी लड़ाई, नियामक जांच और निवेशक के विश्वास में संभावित कमी हो सकती है। भारतीय ईवी (EV) बाजार के लिए, यह बौद्धिक संपदा संरक्षण और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के बारे में चिंताएं पैदा करती है, जिससे घरेलू तकनीक के दावों पर संदेह पैदा हो सकता है।


Other Sector

रेल विकास निगम को सेंट्रल रेलवे से ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेड के लिए ₹272 करोड़ का अनुबंध मिला

रेल विकास निगम को सेंट्रल रेलवे से ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेड के लिए ₹272 करोड़ का अनुबंध मिला

रेल विकास निगम को सेंट्रल रेलवे से ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेड के लिए ₹272 करोड़ का अनुबंध मिला

रेल विकास निगम को सेंट्रल रेलवे से ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेड के लिए ₹272 करोड़ का अनुबंध मिला


Real Estate Sector

अजमेरा रिएल्टी मुंबई में ₹7,000 करोड़ का बड़ा रियल एस्टेट डेवलपमेंट करेगी निवेश

अजमेरा रिएल्टी मुंबई में ₹7,000 करोड़ का बड़ा रियल एस्टेट डेवलपमेंट करेगी निवेश

अजमेरा रिएल्टी मुंबई में ₹7,000 करोड़ का बड़ा रियल एस्टेट डेवलपमेंट करेगी निवेश

अजमेरा रिएल्टी मुंबई में ₹7,000 करोड़ का बड़ा रियल एस्टेट डेवलपमेंट करेगी निवेश