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Updated on 12 Nov 2025, 12:59 pm
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

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एथर एनर्जी ने दूसरी तिमाही के प्रभावशाली वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं, जिसमें पिछले साल की तुलना में राजस्व में 54% की वृद्धि देखी गई, जो ₹890 करोड़ तक पहुंच गया। इस महत्वपूर्ण वृद्धि का मुख्य कारण पिछले वर्ष की तुलना में वाहन बिक्री की मात्रा में 67% की उछाल है, और पिछली तिमाही से 42% अधिक है। कंपनी ने प्रभावी लागत प्रबंधन का भी प्रदर्शन किया है, जिससे EBITDA घाटा ₹130 करोड़ तक कम हो गया है। इस सुधार का श्रेय बेहतर परिचालन पैमाने और लागत अनुकूलन पहलों को जाता है। इसके अलावा, एथर का सकल मार्जिन (प्रोत्साहन को छोड़कर) पहली तिमाही में 16.5% और वित्तीय वर्ष 25 में 10% से बढ़कर 17.3% हो गया है। यह मार्जिन विस्तार LFP (लिथियम आयरन फॉस्फेट) बैटरी तकनीक में सफल बदलाव और ऑपरेटिंग लीवरेज से प्राप्त लाभों का परिणाम है। भविष्य की ओर देखते हुए, AURIC प्रोजेक्ट में 2-3 महीने की मामूली देरी (नियामक कारणों से) के बावजूद, एथर का महत्वपूर्ण EL प्लेटफॉर्म, जो मास इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार के लिए डिज़ाइन किया गया है, अपने मौजूदा होसुर संयंत्र से योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि एथर की मजबूत प्रीमियम स्थिति, विविध गैर-वाहन राजस्व धाराएं (कुल का 12%), और आगामी मास-मार्केट प्लेटफॉर्म भारत के बढ़ते इलेक्ट्रिक दोपहिया बदलाव का लाभ उठाने के लिए प्रमुख चालक होंगे। अनुमान बताते हैं कि अगले दशक में 10x रिटर्न की क्षमता है, 'बाय' रेटिंग बरकरार है और लक्ष्य मूल्य ₹925 है। प्रभाव: यह खबर भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एथर एनर्जी, एक प्रमुख खिलाड़ी, के महत्वपूर्ण परिचालन और वित्तीय प्रगति को उजागर करती है। मजबूत प्रदर्शन और सकारात्मक भविष्य का दृष्टिकोण EV क्षेत्र में निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकता है और संबंधित कंपनियों के प्रति बाजार की भावना को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 9/10।