Auto
|
30th October 2025, 10:26 AM

▶
टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन भारत में अपनी उपस्थिति को काफी बढ़ा रही है, इस दशक के अंत तक 15 नए और रिफ्रेश्ड मॉडल पेश करने की योजना है। यह आक्रामक रणनीति भारतीय पैसेंजर कार मार्केट का 10% हिस्सा हासिल करने के लिए है, जो वर्तमान में 8% है। इस महत्वाकांक्षा को 3 बिलियन डॉलर से अधिक के पर्याप्त निवेश से समर्थन मिल रहा है, जिसमें एक मौजूदा फैक्ट्री का विस्तार करना और महाराष्ट्र में एक नया कार प्लांट स्थापित करना शामिल है। कंपनी लीन-फॉर्मेट सेल्स आउटलेट और छोटे वर्कशॉप स्थापित करके ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच का विस्तार करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। नए उत्पाद लाइन-अप में टोयोटा के अपने डिजाइनों का मिश्रण होगा, जिसमें कम से कम दो नई एसयूवी (SUVs) और ग्रामीण मांग को लक्षित करने वाला एक किफायती पिकअप ट्रक शामिल है, साथ ही गठबंधन भागीदार सुजुकी द्वारा प्रदान किए गए वाहन भी होंगे। यह कदम ऐसे समय में आया है जब भारत, अमेरिका और चीन के बाहर टोयोटा का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जो उसकी भारतीय सहायक कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर से रिकॉर्ड मुनाफे से प्रेरित है। इस विस्तार का उद्देश्य रीबैज्ड (rebadged) वाहनों के लिए सुजुकी पर निर्भरता कम करना है। Impact: इस विस्तार से भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर में प्रतिस्पर्धा तेज होगी, जो मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड जैसे स्थापित खिलाड़ियों के बाजार हिस्सेदारी को संभावित रूप से प्रभावित कर सकता है। यह वैश्विक रुझानों और भारत की क्लीनर मोबिलिटी (cleaner mobility) की पहल के साथ संरेखित होते हुए, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिक उपलब्धता का मार्ग भी प्रशस्त कर सकता है। Rating: 8/10.