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29th October 2025, 6:57 PM

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निसान मोटर कंपनी एक बड़े वैश्विक पुनर्गठन, जिसे 'Re: Nissan' कहा जा रहा है, पर काम कर रही है, जिसमें भारत को भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार के रूप में पहचाना गया है। सीईओ इवान एस्पिनोसा का लक्ष्य लागत में कटौती करके, विनिर्माण को अनुकूलित करके और विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन भविष्य के लिए ब्रांड को पुन: स्थापित करके कंपनी की किस्मत को फिर से जगाना है। इस रणनीति के एक हिस्से के रूप में, निसान 2026 की शुरुआत से भारत में तीन नए कार मॉडल पेश करने की योजना बना रहा है, जिससे लोकप्रिय मैग्नाइट कॉम्पैक्ट एसयूवी से आगे उसके ऑफरिंग बढ़ेंगे। कंपनी ने चेन्नई संयंत्र में विनिर्माण व्यवस्था को भी अंतिम रूप दे दिया है, जो अब रेनॉल्ट एसए के पूर्ण स्वामित्व में है, जहां निसान-ब्रांडेड मॉडल घरेलू बिक्री और निर्यात दोनों के लिए अनुबंध के तहत निर्मित किए जाएंगे। एस्पिनोसा ने सॉफ्टवेयर और वाहन विकास में संभावित सहयोग का पता लगाने के लिए होंडा मोटर कंपनी के साथ फिर से शुरू हुई चर्चाओं की पुष्टि की है। 'Re: Nissan' योजना में वैश्विक संयंत्र फुटप्रिंट को 17 से घटाकर 10 करना और इसकी वाहन लाइनों में हजारों लागत-बचत पहलों को लागू करना शामिल है। उत्पाद लाइनअप को ताज़ा करने और ईवी नवाचार में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसमें तीसरी पीढ़ी की लीफ और माइक्रा ईवी जैसे भविष्य के मॉडल इस दिशा को उजागर करते हैं। Impact: भारत पर निसान का यह रणनीतिक ध्यान बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा, नई रोजगार सृजन और भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में तकनीकी प्रगति का कारण बन सकता है। यह भारतीय बाजार में विदेशी निवेश और प्रतिबद्धता का संकेत देता है, जो संभावित रूप से क्षेत्र में निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकता है। रेटिंग: 7/10।