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28th October 2025, 1:15 PM

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निवेशक अक्टूबर ऑटो बिक्री के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, खासकर दशहरा, धनतेरस और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारी अवधि के बाद। जेफरीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मजबूत त्योहारी मांग से भारत के अधिकांश मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के लिए ठोस थोक बिक्री (wholesale numbers) की उम्मीद है। रिपोर्ट इंगित करती है कि त्योहारी सीजन के शुरुआती 32 दिनों के दौरान यात्री वाहन और दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में साल-दर-साल (YoY) 20-23% की वृद्धि हुई। इस सकारात्मक प्रवृत्ति से अक्टूबर के प्रेषण (dispatch) आंकड़ों की घोषणा पर कई सूचीबद्ध ऑटो कंपनियों के लिए दोहरे अंकों की वृद्धि होने की उम्मीद है। हालांकि, मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहन खंड (medium and heavy commercial vehicle segment) में कमजोरी जारी रही, जिससे महीने के लिए समग्र वाणिज्यिक वाहन (CV) वृद्धि सुस्त रही। इसके बावजूद, यात्री वाहनों (PVs) और दोपहिया वाहनों में व्यापक गति (broad-based momentum) देखी जा रही है। टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी के मजबूत बिक्री दर्ज करने का अनुमान है, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा से भी स्वस्थ वृद्धि की उम्मीद है। विशिष्ट OEM दृष्टिकोण में टाटा मोटर्स द्वारा कुल थोक बिक्री (total wholesales) में 20% की वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें यात्री वाहनों में 34% की वृद्धि हुई है, जबकि वाणिज्यिक वाहन सपाट रहने का अनुमान है। मारुति सुजुकी मुख्य रूप से घरेलू प्रेषण (domestic dispatches) से 14% की वृद्धि का अनुमान लगाती है। महिंद्रा एंड महिंद्रा अपने ऑटोमोटिव और ट्रैक्टर सेगमेंट में 11% वृद्धि की उम्मीद करती है। हीरो मोटोकॉर्प ने ग्रामीण मांग (rural demand) और बेहतर वित्तपोषण (improved financing) के समर्थन से 15% की वृद्धि की उम्मीद की है। टीवीएस मोटर के वॉल्यूम में 16% की वृद्धि का अनुमान है, जिसमें स्कूटर और तिपहिया वाहन मजबूत दिख रहे हैं। ईशर मोटर्स की रॉयल एनफील्ड के लिए 13% की वृद्धि अनुमानित है। बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री में सुधार हुआ, जिसने कमजोर निर्यात (weaker exports) की भरपाई की, जिससे कुल मात्रा वृद्धि 8% रही। हुंडई मोटर इंडिया ने उत्पादन क्षमता (production capacity) की बाधाओं के कारण 7% वृद्धि का अनुमान लगाया है। अशोक लीलैंड ने कुल 10% वृद्धि की उम्मीद की है, जिसमें लाइट कमर्शियल व्हीकल्स (LCVs) ने मीडियम और हैवी वाले की तुलना में अधिक मजबूती दिखाई। समग्र खुदरा प्रवृत्ति (overall retail trend) एक मजबूत त्योहारी आधार की पुष्टि करती है, जिसमें दोपहिया वाहन और यात्री वाहन 20% से अधिक की वृद्धि देख रहे हैं। नवंबर से परे इस गति की स्थिरता (sustainability) खुदरा कर्षण (retail traction) पर निर्भर करेगी। अधिकांश OEMs के लिए इन्वेंट्री स्तर (inventory levels) चार से छह सप्ताह की सामान्य सीमा के भीतर हैं। प्रभाव: इस खबर का भारतीय ऑटो सेक्टर और संबंधित कंपनियों पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मजबूत त्योहारी सीजन की मांग उपभोक्ता भावना (consumer sentiment) और खर्च करने की शक्ति (spending power) का एक प्रमुख संकेतक है, जो सीधे ऑटो निर्माताओं के राजस्व (revenue) और लाभप्रदता (profitability) को प्रभावित करती है। PV/दोपहिया वाहनों की मजबूती और CV कमजोरी के बीच का अंतर परिवहन उद्योग के विभिन्न खंडों को प्रभावित करने वाले विभिन्न आर्थिक रुझानों को भी उजागर करता है। रेटिंग: 8/10.