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31st October 2025, 4:36 AM

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हुंडई मोटर इंडिया ने एक आक्रामक उत्पाद रणनीति की घोषणा की है, जिसके तहत वित्तीय वर्ष 2030 के अंत तक 26 नए मॉडल लॉन्च करने की योजना है। इसमें 13 आंतरिक दहन इंजन (ICE) वाहन, 5 इलेक्ट्रिक वाहन (EV), 8 हाइब्रिड मॉडल और 6 कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) वेरिएंट का मिश्रण शामिल होगा। कंपनी 2027 तक भारत में अपना लक्जरी ब्रांड Genesis लॉन्च करने का भी इरादा रखती है। वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में, हुंडई ने घरेलू बाजार में सुस्त मांग का अनुभव किया, जिससे बिक्री मात्रा कम हुई। हालांकि, मजबूत निर्यात वृद्धि और बेहतर बिक्री मूल्य ने साल-दर-साल 1.2% राजस्व वृद्धि हासिल करने में मदद की। क्रमिक रूप से, घरेलू मात्रा में 5.5% की वृद्धि देखी गई, जिसे हाल ही में हुए वस्तु एवं सेवा कर (GST) दर कटौती और त्योहारी सीजन की खरीदारी का समर्थन मिला। बेहतर उत्पाद मिश्रण और कम छूट के कारण औसत बिक्री मूल्य (ASP) में भी वृद्धि हुई। कंपनी की ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) मार्जिन में साल-दर-साल 110 आधार अंकों का सुधार हुआ, जो लागत-बचत पहलों और कच्चे माल की लागत में कमी के कारण हुआ, जिसमें स्थानीयकरण के बढ़ते प्रयासों से भी बढ़ावा मिला। वर्तमान में, 82% उत्पादन स्थानीयकृत है, जिसका लक्ष्य 2030 तक इसे 90% से ऊपर ले जाना है। हुंडई को उम्मीद है कि भारतीय ऑटो उद्योग FY25 से FY30 तक 5.2% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेगा। कंपनी इससे बेहतर प्रदर्शन करने का लक्ष्य रखती है, जिसका लक्ष्य 7% वॉल्यूम CAGR और घरेलू बाजार हिस्सेदारी को FY25 में 14% से बढ़ाकर FY30 तक 15% से अधिक करना है। यूटिलिटी वाहन हिस्सेदारी भी FY30 तक 69% से बढ़कर 80% होने का अनुमान है। कंपनी ग्रामीण बाजारों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिनसे FY30 तक लगभग 30% राजस्व आने की उम्मीद है। निर्यात बाजारों, विशेष रूप से मध्य पूर्व, अफ्रीका और मेक्सिको में मजबूत मांग देखी गई। हुंडई FY26 के लिए अपनी प्रारंभिक निर्यात वृद्धि अनुमान को पार करने की उम्मीद कर रही है, जो नई संयंत्र क्षमता और आगामी उत्पाद लॉन्च के कारण है। हालांकि नए संयंत्र के चालू होने से अस्थायी रूप से लागत बढ़ सकती है, हुंडई की बढ़ी हुई स्थानीयकरण की रणनीति, विशेष रूप से इसके EV आपूर्ति श्रृंखला में, लंबी अवधि के मार्जिन को बढ़ावा देने की उम्मीद है। प्रभाव: यह खबर भारतीय ऑटोमोटिव बाजार को आक्रामक प्रतिस्पर्धा और नवाचार का संकेत देकर महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है। यह भारतीय बाजार के प्रति हुंडई की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो संभावित रूप से उपभोक्ता की पसंद, प्रतिस्पर्धियों की रणनीतियों और संबंधित सहायक उद्योगों को प्रभावित करेगा। EVs और हाइब्रिड पर ध्यान राष्ट्रीय हरित गतिशीलता लक्ष्यों के साथ भी संरेखित होता है।