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29th October 2025, 11:02 PM

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जापानी ऑटोमेकर होंडा मोटर भारत को अपने नए इलेक्ट्रिक वाहन, होंडा 0 α (अल्फा) के लिए एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र (global manufacturing center) में बदलने जा रही है। इस भविष्य की कार का प्रोटोटाइप हाल ही में जापान मोबिलिटी शो में प्रदर्शित किया गया था। भारतीय और जापानी बाजारों के साथ-साथ अन्य एशियाई देशों को ध्यान में रखकर विकसित की गई होंडा 0 α (अल्फा), वित्तीय वर्ष 2026-27 में भारत में डेब्यू करने वाली है। इसका निर्माण होंडा के अलवर, राजस्थान स्थित मौजूदा संयंत्र में किया जाएगा। अनावरण के दौरान, होंडा मोटर कंपनी के अध्यक्ष और ग्लोबल सीईओ तोशिहिरो मिबे ने बताया कि यह पहल कंपनी के 2050 तक कार्बन न्यूट्रैलिटी हासिल करने और यातायात दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को खत्म करने के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है। होंडा इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ, ताकाशी नाकाजिमा ने भारत के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के साथ कंपनी के रणनीतिक फोकस और निवेश के लिए शीर्ष तीन वैश्विक बाजारों में से एक है। हालांकि भारत में होंडा का वर्तमान व्यावसायिक पैमाना अमेरिका या जापान की तुलना में छोटा है, लेकिन इसकी भविष्य की महत्वाकांक्षाएं काफी बड़ी हैं। नाकाजिमा ने संकेत दिया कि उत्पाद श्रृंखला का विस्तार करने में कई साल लगेंगे, लेकिन महत्वपूर्ण प्रगति की उम्मीद है। उन्होंने भारत को एक अत्यधिक आशाजनक बाजार बताया, जिसका लक्ष्य ब्रांड उपस्थिति और बिक्री की मात्रा दोनों को बढ़ाकर होंडा के चार-पहिया व्यवसाय में मजबूत वृद्धि को बढ़ावा देना है। कंपनी उच्च इथेनॉल मिश्रण अनुपातों (higher ethanol blending ratios) की चुनौतियों को भी स्वीकार करती है, लेकिन अपने इंजीनियरों की उन्हें संबोधित करने की क्षमता पर विश्वास रखती है। प्रभाव: इस विकास से भारत की इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में विनिर्माण क्षमताओं को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने, नई रोजगार के अवसर पैदा होने और संभावित रूप से ऑटोमोटिव उद्योग में और अधिक विदेशी निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है। यह ईवी घटकों (EV components) के लिए घरेलू आपूर्ति श्रृंखला (domestic supply chain) में भी वृद्धि को बढ़ावा दे सकता है।