Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

चीन ने व्यापार में नरमी के बीच भारतीय कंपनियों को दुर्लभ पृथ्वी चुंबक निर्यात लाइसेंस जारी किए

Auto

|

30th October 2025, 3:23 PM

चीन ने व्यापार में नरमी के बीच भारतीय कंपनियों को दुर्लभ पृथ्वी चुंबक निर्यात लाइसेंस जारी किए

▶

Stocks Mentioned :

Jay Ushin Limited

Short Description :

चीन ने कई भारतीय कंपनियों को दुर्लभ पृथ्वी चुंबक (rare earth magnets) के निर्यात के लिए लाइसेंस जारी किए हैं, जिससे भारत के ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र, खासकर ईवी (EV) निर्माताओं को आपूर्ति में हो रही बाधाओं से राहत मिली है। यह कदम चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते के बाद आया है, जिसने महत्वपूर्ण सामग्रियों की आपूर्ति पर तनाव कम किया है। विशेषज्ञों की सलाह है कि भारतीय फर्मों को चीन पर निर्भरता कम करने के लिए दीर्घकालिक घरेलू विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

Detailed Coverage :

Heading: चीन भारत के लिए दुर्लभ पृथ्वी चुंबक निर्यात में ढील दे रहा है

चीन ने पुष्टि की है कि उसने कुछ भारतीय कंपनियों को दुर्लभ पृथ्वी चुंबक (rare earth magnets) के निर्यात के लिए लाइसेंस जारी किए हैं, जिससे भारत के महत्वपूर्ण ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों को काफी राहत मिली है। यह निर्णय चीन द्वारा इन महत्वपूर्ण सामग्रियों पर निर्यात प्रतिबंध (export restrictions) लगाने के छह महीने से अधिक समय बाद आया है, और यह चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक साल के व्यापार समझौते से भी समर्थित है, जिसमें दुर्लभ पृथ्वी की आपूर्ति पर भी समझ शामिल है। इन प्रतिबंधों ने भारतीय कंपनियों, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेगमेंट में, के उत्पादन को काफी बाधित कर दिया था।

भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता, रणधीर जैस्वाल ने बताया कि कुछ भारतीय फर्मों को लाइसेंस मिल गए हैं। यह उच्चतम स्तर की चर्चाओं के बाद हुआ है, जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बैठक भी शामिल है, जहाँ चीन के दुर्लभ पृथ्वी पर निर्यात नियंत्रण (export controls) एक प्रमुख बातचीत का बिंदु थे।

रिपोर्टों के अनुसार, जय उशिन लिमिटेड (Jay Ushin Ltd), डी डायमंड इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (De Diamond Electric India Pvt. Ltd), और ऑटोमोटिव कंपोनेंट निर्माता कॉन्टिनेंटल एजी (Continental AG - जर्मनी) और हिताची एस्टेमो (Hitachi Astemo - जापान) की भारतीय इकाइयों जैसी कंपनियां उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें लाइसेंस प्राप्त हुए हैं।

Impact यह विकास उन्नत विनिर्माण के लिए आवश्यक घटकों की आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) को स्थिर करके महत्वपूर्ण अल्पकालिक राहत प्रदान करता है। हालांकि, विश्लेषक इस बात पर जोर देते हैं कि भारतीय मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) को दीर्घकालिक आत्मनिर्भरता (self-sufficiency) प्राप्त करने और भविष्य के भू-राजनीतिक आपूर्ति जोखिमों (geopolitical supply risks) को कम करने के लिए भारत में स्थानीय उत्पादन को प्राथमिकता देनी चाहिए। चीन द्वारा 9 नवंबर से लागू होने वाले अतिरिक्त निर्यात प्रतिबंधों को टालना भी भारतीय आयातकों को लाभ पहुंचाता है, जिन्हें पहले निर्यात लाइसेंस (export licenses) और अंतिम-उपयोगकर्ता प्रमाणपत्र (end-user certificates) जैसी कड़ी आवश्यकताओं का सामना करना पड़ रहा था। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने इन आपूर्ति मुद्दों को हल करने के लिए चीनी सरकार के साथ जुड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Impact Rating: 7/10

Difficult Terms Explained: Rare Earth Materials (दुर्लभ पृथ्वी सामग्री): 17 धात्विक तत्वों का एक समूह, जिनके अद्वितीय गुण कई उन्नत तकनीकों के लिए आवश्यक हैं, जैसे चुंबक, इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और रक्षा प्रणाली। Export Restrictions (निर्यात प्रतिबंध): सरकार द्वारा एक देश से दूसरे देश में वस्तुओं की बिक्री और शिपमेंट पर लगाई गई सीमाएं या निषेध। Export Licenses (निर्यात लाइसेंस): किसी देश की सरकार द्वारा दिए गए आधिकारिक परमिट, जो विशिष्ट वस्तुओं या सामग्रियों के निर्यात को अधिकृत करते हैं। Trade Truce (व्यापारिक समझौता/युद्धविराम): दो या दो से अधिक देशों के बीच व्यापार विवादों या टैरिफ और अन्य व्यापार बाधाओं को निलंबित करने या रोकने का एक अस्थायी समझौता। End-User Certificate (अंतिम-उपयोगकर्ता प्रमाणपत्र): वस्तुओं के खरीदार द्वारा हस्ताक्षरित एक दस्तावेज, जो पुष्टि करता है कि उत्पादों का उपयोग बताए गए उद्देश्य के लिए किया जाएगा और उन्हें पुनः निर्यात नहीं किया जाएगा या अनधिकृत अनुप्रयोगों, जैसे सैन्य उद्देश्यों, के लिए उपयोग नहीं किया जाएगा। Original Equipment Manufacturers (OEMs - मूल उपकरण निर्माता): वे कंपनियाँ जो तैयार उत्पाद बनाती हैं, जिन्हें अक्सर किसी अन्य कंपनी के ब्रांड नाम के तहत बेचा जाता है।