भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार ने इस कैलेंडर वर्ष में सभी सेगमेंट में दो मिलियन (20 लाख) से अधिक रजिस्ट्रेशन के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। नीतिगत बदलावों के बावजूद, बैटरी की गिरती लागत, बढ़ते चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और नए मॉडलों के लॉन्च से प्रेरित होकर मांग मजबूत बनी हुई है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट 57% बिक्री के साथ सबसे आगे है, जबकि इलेक्ट्रिक कारों और एसयूवी में 57% की महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। विश्लेषकों का अनुमान है कि 2025 में मध्य-किशोर (mid-teen) वृद्धि होगी, जो देश में EVs के लिए एक टिकाऊ विस्तार चक्र का संकेत देता है।