भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है, EV बिक्री अब नई कारों के पंजीकरण का 5% से अधिक हो गई है, जो पिछले साल के मुकाबले एक महत्वपूर्ण उछाल है। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के शीर्ष एक्जीक्यूटिव शैलेश चंद्रा का अनुमान है कि 2030 तक EVs उनकी कुल बिक्री का एक तिहाई हिस्सा बन सकती हैं। टेस्ला और विनफास्ट जैसे नए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बाज़ार में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और लागतें कम हो रही हैं। चुनौतियों के बावजूद, 2030 तक EV बिक्री 650,000 यूनिट से अधिक होने का अनुमान है, जो भारत के ऑटोमोटिव उद्योग में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है।