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Updated on 16th November 2025, 5:55 AM
Author
Satyam Jha | Whalesbook News Team
CarTrade, CarDekho के क्लासिफाइड बिजनेस को लगभग 1.2 बिलियन डॉलर में हासिल करने के लिए उन्नत चर्चाओं में है। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य CarTrade के उपभोक्ता-सामना वाले ऑपरेशंस को मजबूत करना और नए कार सेगमेंट में उसकी उपस्थिति का विस्तार करना है, जिसमें CarDekho के मौजूदा OEM संबंधों और यूजर बेस का लाभ उठाया जाएगा। हालांकि, CarDekho के घाटे वाले क्लासिफाइड डिवीजन के लिए इतनी ऊंची वैल्यूएशन विश्लेषकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, और इस महत्वपूर्ण सौदे के वित्तीय तर्क पर सवाल उठाए जा रहे हैं, खासकर CarTrade के अपने नकदी भंडार को देखते हुए। यदि यह सौदा होता है, तो यह भारत के ऑनलाइन ऑटो मार्केटप्लेस में एक बड़ा एकीकरण हो सकता है।
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समाचार: CarTrade, CarDekho के क्लासिफाइड व्यवसाय को लगभग 1.2 बिलियन डॉलर में अधिग्रहित करने के लिए उन्नत वार्ता में है। यह संभावित विलय भारत के डिजिटल ऑटोमोटिव बाज़ार को काफी हद तक बदल सकता है।
CarTrade की रणनीति: CarTrade का विलय और अधिग्रहण (M&A) के माध्यम से विकास का एक लंबा इतिहास रहा है। कंपनी ने पहले ऑटोमोटिव एक्सचेंज प्राइवेट लिमिटेड (जो CarWale और BikeWale का मालिक है) और OLX इंडिया के क्लासिफाइड और ऑटो लेनदेन व्यवसाय का अधिग्रहण किया है। कंपनी एक एसेट-लाइट मॉडल पर ध्यान केंद्रित करती है, जो इन्वेंटरी रखने के बजाय लिस्टिंग और नीलामी प्लेटफॉर्म के रूप में काम करती है। यह रणनीति अधिक स्केलेबिलिटी और लचीलापन प्रदान करती है। इसका रीमार्केटिंग सेगमेंट एक महत्वपूर्ण राजस्व चालक है।
CarDekho का बदलाव: CarDekho, जिसे अमित जैन ने सह-संस्थापित किया है, ने हाल ही में पूंजी-गहन पुरानी कार इन्वेंट्री व्यवसाय से हटकर नई कार बिक्री और अपने फिनटेक वर्टिकल्स, InsuranceDekho और Ruppy पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है। CarTrade को कथित तौर पर इन फिनटेक शाखाओं में कोई दिलचस्पी नहीं है। CarDekho के पास मजबूत OEM (Original Equipment Manufacturer) संबंध और एक बड़ा यूजर बेस है, जिसका CarTrade लाभ उठाना चाहती है।
प्रभाव: इस अधिग्रहण से CarTrade की उपभोक्ता सेगमेंट में स्थिति मजबूत होगी, खासकर नई कारों में, जिसे उसका अगला विकास क्षेत्र माना जा रहा है। यह ऑनलाइन ऑटो क्लासिफाइड बाज़ार का एकीकरण करेगा।
मूल्यांकन संबंधी चिंताएं: उद्योग विश्लेषक CarDekho के क्लासिफाइड व्यवसाय के लिए रिपोर्ट किए गए 1.2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि CarDekho ने FY24 में 340 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था (2,250 करोड़ रुपये के राजस्व पर)। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक यथार्थवादी मूल्यांकन 1,000 करोड़ रुपये से 2,000 करोड़ रुपये के बीच होना चाहिए। CarTrade के पास 1,080 करोड़ रुपये का नकदी भंडार है, जो शायद पूर्ण नकद अधिग्रहण के लिए पर्याप्त न हो, इसलिए यह एक आंशिक नकद, आंशिक स्टॉक सौदा हो सकता है।
एकीकरण चुनौतियां: यदि सौदा होता है, तो CarDekho के क्लासिफाइड व्यवसाय को एकीकृत करने से CarTrade के वित्तीय प्रदर्शन के लिए अल्पावधि में चुनौतियां आ सकती हैं, जैसा कि पिछले अधिग्रहणों में हुआ था।
प्रभाव (बाज़ार): यह खबर सीधे तौर पर भारतीय शेयर बाज़ार को प्रभावित करती है, जिससे ऑनलाइन ऑटोमोटिव और क्लासिफाइड क्षेत्रों की कंपनियों के मूल्यांकन और रणनीतियों पर असर पड़ता है। निवेशक CarTrade के लिए इसके परिणाम और वित्तीय निहितार्थों पर करीब से नज़र रखेंगे।
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