Agriculture
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Updated on 11 Nov 2025, 03:13 pm
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने विल्मर इंटरनेशनल द्वारा AWL Agri Business Ltd (जिसे पहले अडानी विल्मर लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) में अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। विल्मर इंटरनेशनल, अपनी सहायक कंपनी Lence Pte Ltd के माध्यम से, अडानी समूह से AWL Agri Business के भुगतान-इक्विटी शेयर पूंजी (paid-up equity share capital) का 11% से 20% अधिग्रहण करेगी। यह रणनीतिक कदम लगभग 7,150 करोड़ रुपये का है, जिसमें शेयर 275 रुपये प्रति शेयर की दर से बेचे जा रहे हैं। अडानी समूह इस हिस्सेदारी को फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) व्यवसाय से बाहर निकलने और अपने मुख्य बुनियादी ढांचा विकास पर ध्यान केंद्रित करने की अपनी व्यापक योजना के हिस्से के रूप में बेच रहा है। वर्तमान में, विल्मर इंटरनेशनल के पास AWL Agri Business में 43.94% हिस्सेदारी है। इस अधिग्रहण के पूरा होने पर, Lence Pte की कुल हिस्सेदारी 54.94% से 63.94% तक बढ़ जाएगी। CCI की मंजूरी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करती है। AWL Agri Business ने हाल ही में सितंबर तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 21% की गिरावट दर्ज की थी, हालांकि कुल आय में वृद्धि देखी गई थी। प्रभाव: यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें दो बड़ी संस्थाओं के बीच एक बड़ी हिस्सेदारी की बिक्री और अधिग्रहण शामिल है, जो सीधे अडानी विल्मर लिमिटेड की शेयरधारिता संरचना और रणनीतिक दिशा को प्रभावित करेगा। रेटिंग: 7/10
कठिन शब्दों की व्याख्या: * भुगतान-इक्विटी शेयर पूंजी (Paid-up equity share capital): कंपनी द्वारा शेयरधारकों से स्टॉक के बदले प्राप्त कुल राशि। * विनिवेश (Divestment): किसी संपत्ति या सहायक कंपनी को बेचने की क्रिया। * बुनियादी ढांचा वर्टिकल (Infrastructure vertical): सड़कों, रेलवे, बिजली संयंत्रों आदि जैसी आवश्यक सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण और प्रबंधन पर केंद्रित एक विशिष्ट क्षेत्र या व्यवसाय खंड। * FMCG व्यवसाय (FMCG business): फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स व्यवसाय, जिसमें ऐसे उत्पाद शामिल हैं जो जल्दी और अपेक्षाकृत कम लागत पर बेचे जाते हैं, जैसे कि पैक किए गए खाद्य पदार्थ, प्रसाधन सामग्री और पेय पदार्थ। * भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI): भारत में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए प्रतिस्पर्धा कानून लागू करने के लिए जिम्मेदार एक वैधानिक निकाय।