Aerospace & Defense
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Updated on 11 Nov 2025, 05:43 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) और एसआईडीबीआई वेंचर कैपिटल लिमिटेड (SVCL) ने भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए ₹1,000 करोड़ के वेंचर कैपिटल फंड के संचालन को आधिकारिक तौर पर शुरू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस फंड को केंद्रीय सरकार ने अक्टूबर 2024 में मंजूरी दी थी और मार्च 2025 में एसआईडीबीआई को फंड मैनेजर नियुक्त किया गया था, जिसके बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 31 अक्टूबर, 2025 को अंतिम मंजूरी प्रदान की। फंड का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में लॉन्च प्रौद्योगिकियों, उपग्रहों, इन-स्पेस सेवाओं और डाउनस्ट्रीम अनुप्रयोगों जैसे विभिन्न डोमेन में स्टार्टअप्स का समर्थन करने के लिए पूंजी तैनात करना है।
IN-SPACe के लोचन सेहरा ने कहा कि यह फंड निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे स्टार्टअप्स को नए विचारों का परीक्षण करने और नवाचारों को बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी। SVCL के अरूप कुमार ने कहा कि एसआईडीबीआई डीप-टेक उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और राष्ट्रीय विकास और अंतरिक्ष शक्ति के रूप में भारत के उदय के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र की क्षमता पर जोर दिया। IN-SPACe के अध्यक्ष पवन गोयनका ने भी इस पहल का समर्थन किया।
प्रभाव: इस पहल से भारत के बढ़ते निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार और विकास को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे भविष्य में नई प्रौद्योगिकियों और कंपनियों का विकास हो सकता है जो लिस्ट हो सकती हैं। यह वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को और मजबूत करता है। रेटिंग: 8/10।