Aerospace & Defense
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3rd November 2025, 3:58 AM
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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। राजस्व साल-दर-साल 15.6% बढ़कर ₹10,231 करोड़ हो गया, जो लगभग ₹4,000 करोड़ के सात प्रमुख कार्यक्रमों में आदेशों के मजबूत निष्पादन से प्रेरित है। लाभप्रदता में भी काफी सुधार हुआ है, EBITDA 25.2% बढ़कर ₹2,940 करोड़ हो गया, जिससे EBITDA मार्जिन 220 आधार अंकों (basis points) का विस्तार होकर 28.7% हो गया। शुद्ध लाभ 19.9% बढ़कर ₹2,257 करोड़ रहा।
कंपनी की ऑर्डर बुक ₹75,600 करोड़ पर मजबूत बनी हुई है, जो भविष्य के निष्पादन के लिए पर्याप्त राजस्व दृश्यता प्रदान करती है। BEL ने चालू वित्त वर्ष के लिए ₹14,750 करोड़ के नए ऑर्डर पहले ही हासिल कर लिए हैं और आगामी निविदाओं से महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है, जिसमें नेक्स्ट जनरेशन कोर्बेट कार्यक्रम और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से LCA एवियोनिक्स पैकेज शामिल हैं।
BEL रणनीतिक सहयोगों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है, जैसे कि AMCA कार्यक्रम पर L&T के साथ इसकी साझेदारी, जिसका उद्देश्य उन्नत एयरबोर्न प्लेटफार्मों में अपनी क्षमताओं को बढ़ाना है। कंपनी महत्वपूर्ण निवेशों की योजना बना रही है, जिसमें अनुसंधान और विकास (R&D) के लिए ₹1,600 करोड़ और चालू वर्ष में पूंजीगत व्यय के लिए ₹1,000 करोड़ से अधिक आवंटित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, अगले 3-4 वर्षों में आंध्र प्रदेश में एक रक्षा प्रणाली एकीकरण परिसर (DSIC) के लिए ₹1,400 करोड़ के निवेश की योजना है।
निर्यात बढ़ाने का एक प्रमुख रणनीतिक लक्ष्य है, जिसका लक्ष्य पांच वर्षों के भीतर कारोबार में 10% का योगदान है, जिसमें अगले 2-3 वर्षों में 5% का अंतरिम लक्ष्य भी शामिल है। BEL का स्टॉक अपने FY28 अनुमानित आय के 38 गुना पर कारोबार कर रहा है, जिसे विश्लेषक इसके मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय रक्षा बाजारों में विकास की संभावनाओं को देखते हुए उचित मानते हैं।
प्रभाव: यह खबर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक है। मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, पर्याप्त ऑर्डर बुक और निर्यात विस्तार और R&D व बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश सहित स्पष्ट रणनीतिक विकास योजनाओं के साथ, यह निरंतर भविष्य के विकास का संकेत देता है। इससे सकारात्मक भावना पैदा हो सकती है और संभावित रूप से शेयर की कीमत बढ़ सकती है, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की 'मेक इन इंडिया' पहल को मजबूत करता है। रेटिंग: 8/10.