Aerospace & Defense
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Updated on 06 Nov 2025, 06:52 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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AXISCADES टेक्नोलॉजीज ने गुरुवार, 6 नवंबर को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, AXISCADES एयरोस्पेस एंड टेक्नोलॉजीज के माध्यम से एक महत्वपूर्ण सहयोग की घोषणा की। इस सहायक कंपनी ने फ्रांस की ड्रोन कंपनी इलेक्ट्रॉनिक बर्ड कंट्रोल के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि ई-रैप्टर ड्रोन को भारत में लाया जा सके। ई-रैप्टर को दुनिया के पहले ड्रोनों में से एक बताया गया है जो बायोमिमेटिक इंजीनियरिंग (Biomimetic Engineering) को उन्नत यूएवी (UAV - Unmanned Aerial Vehicle) तकनीक के साथ जोड़ता है, जिसे बेहतर स्टील्थ (stealth), चपलता (agility) और प्रदर्शन के लिए फाल्कन (falcon) जैसा दिखने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका यथार्थवादी डिज़ाइन विभिन्न इलाकों और अनुप्रयोगों के लिए अनुकूलित है, जो रक्षा टोही (defense reconnaissance) से लेकर हवाई अड्डे की सुरक्षा (airport safety) और वन्यजीव प्रबंधन (wildlife management) जैसे नागरिक उपयोगों तक, और विशेष रूप से पक्षी नियंत्रण संचालन (bird control operations) के लिए है। AXISCADES ने 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करते हुए, भारत में ई-रैप्टर ड्रोन उत्पादन को स्थानीयकृत (localize) करने की प्रतिबद्धता जताई है। AXISCADES के चीफ स्ट्रेटेजी एंड मार्केटिंग ऑफिसर, रवि कुमार जोगी ने कहा कि साझेदारी नवाचार (innovation) पर केंद्रित है और रक्षा व नागरिक क्षेत्रों की जटिल मांगों को पूरा करती है। इलेक्ट्रॉनिक बर्ड कंट्रोल के सीईओ, एड्रियन लफों ने इस गठबंधन को ड्रोन प्रौद्योगिकी और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में एक महत्वपूर्ण प्रगति बताया। प्रभाव: इस सहयोग से AXISCADES टेक्नोलॉजीज के उच्च-विकास वाले रक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह कंपनी को स्थानीय विनिर्माण के लिए 'मेक इन इंडिया' पहल का लाभ उठाने के लिए तैयार करता है, जिससे महत्वपूर्ण राजस्व धाराएं उत्पन्न हो सकती हैं और भारत के रक्षा आधुनिकीकरण प्रयासों में योगदान हो सकता है। उन्नत ड्रोन प्रौद्योगिकी के परिचय से राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जा सकता है। रेटिंग: 7/10. Difficult Terms: Biomimetic Engineering, UAV, Bourses, Localisation, MoU.